ऋषिकेश राजा राणी नेग्या
देहरादूण नेता लोग !
जाणी कुजाणी लिख्यों कन
मेरा पहाड़ तेरु जोग !!
कखि पहाड़ डामो मा डूभिगै
कखि आयां रवाड़ा !
कखि हरी भरी डांडी सुखिगै
कखि बांजा विज्वाड़ा !!
कखि रिती छ चोक तिबार
कखि गों गुठियार !
कखि सुखा छ धरा पन्यारा
कखि सुखी नयार !!
कैकी ब्वे की अंख्यों आंशु छ
कैका बाबाजी उदास !
कैकी सोंझडियों तें इकुलांश छ
कैका दागडिया निरास !!
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