हे मेरा मन मैसी बैर ना कर ,
की जिंदगी तें भूली जों यन अंधेर ना कर ,,
कभि भि कैकी हेंसी तें लुचिक,
मेरा जीवन की रातो मा कभि सबेर ना कर ,,
अर यकुली निछों मै यों रातो मा ,
तुमारी खुद मेरा गैल छ रैबार बेजण मा देर ना कर ,,
प्रभात सेमवाल ( अजाण )सर्वाधिकार सुरक्षित