रैबार ( raibar )
गढ़वाली कविता अर गीत . प्रभात सेमवाल ( अजाण )
रैबार
Friday, 22 July 2011
साथ समोदर sath samodar
साथ समोदर दुरै दुरी पुरी कोरीयालि ,
मुल्क देश की भारि फाँट जोड़ियालि ,
रीति रिवाज धरम सभि छोडियालि ,
मन तें भागवान प्रेम पूजा माणियालि ,,
प्रभात सेमवाल ( अजाण )सर्वाधिकार सुरक्षित
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