रैबार ( raibar )
गढ़वाली कविता अर गीत . प्रभात सेमवाल ( अजाण )
रैबार
Monday, 23 May 2011
याद आंदी yaad andi
गीत लगो ना तू ये .
प्रीत याद आंदी
दुन्याँ सी हारीं मन की
जीत याद आंदी
रीती माया की स्याअ
भीत याद आंदी
प्रेम का भैरी मुल्क कै की
रीत याद आंदी
गीत लगो ना तू ये .
प्रीत याद आंदी
प्रभात सेमवाल ( अजाण )सर्वाधिकार सुरक्षित
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