मी जग छोड़ी द्योलु
तू मैतेन न छोड़ी
मी दुन्या जोड़ी द्योलु
तू मैतेन न तोड़ी
तेरा बिगर यकुली अब
नि रै सकदु
जख तलक नजर जांदी
त्वै तें द्यखदु
अख्यों मा आस छ
मन मा विश्वास
कबि न कबि तू आलि बोड़ी
मी जग छोड़ी द्योलु
मी जग छोड़ी द्योलु
तू मैतेन न छो.........
बक्त गैल आज म्यरा नि
कबि न कबि त आलु
आज संग मी त्यरा नि
कबि न कबि त रोलु
वे बक्त का ओण तक
एक हेका का होण तक
कखि मुख न तू मोड़ी
मी जग छोड़ी द्योलु
मी जग छोड़ी द्योलु
तू मैतेन न छो.….
प्रभात सेमवाल (अजाण )सर्वाधिकार सुरक्षित
प्रभात सेमवाल (अजाण )सर्वाधिकार सुरक्षित