कभि मैन बोली नि पाई कभि स्य समझी नि पाई
प्यार पारणों सि ज्यादा थो वीं कभि देखि नि पाई
कुछ मै दिखाणु नि आई कुछ वीं देखुणु नि चाई
फिर बक्त बदली उ काटियों बक्त फिर बोड़ी नि आई
आज स्य भि समझी ग्याई अर मै भि समझी ग्याई
पर अब न व मेरी राई न मै विंकू राई. .
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