क्या त्वेन भि कभि कैसी प्यार कै ?
कै त जाणि सकदी तू मेरा मन का हाल
नि करी त न पूछ तू मै और सवाल .
क्य कैका आँसू मा त्वे पिड़ा अपड़ी दिखै ?
क्या कैकी पिड़ामा तेरी अंख्यों आंसु ऐ ?
आई त जाणि सकदी तू मेरा मन का हाल
अगर नि आई तू न पूछ तू मै और सवाल
प्रभात सेमवाल ( अजाण )सर्वाधिकार सुरक्षित